प्रत्येक देव व परमेश्वर की स्थिति (Situation of every God and Deity)

सूक्ष्मवेद के ज्ञान को परमेश्वर कबीर जी ने बताया है:-

कबीर, अक्षर पुरूष एक पेड़ है, निरंजन वाकी डार।
त्रिदेवा शाखा भए, पात रूप संसार।। 1
कबीर, एकै साधे सब सधै, सब साधे सब जाय।
माली सींचै मूल को, फलै-फूलै अघाय।। 2

शब्दार्थ:- वाणी सँख्या 1-2 में परमेश्वर कबीर जी ने गीता के अध्याय 15 श्लोक 1-4 तथा 16-17 का ज्ञान बताया है।

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